RBI Repo Rate: loan होंगे महंगे, ईएमआई बढ़ेगी, रेपो रेट 0.25 बड़ी, 10 महीने में छठी बार बढ़ी: भारतीय रिजर्व बैंक ने महंगाई पर काबू पाने के लिए रेपो रेट 0.5% बढ़ा दी है। अभी यह 6.5% हो गई है । आम बजट के बाद रेपो रेट में यह साल की पहली बढ़ोतरी है । इससे सभी तरह के लोन महंगे हो जाएंगे, वही यह EMI भी बढ़ेगी , हालांकि रेपो रेट में की गई बढ़ोतरी, पिछले पांच बार की बढ़ोतरी के मुकाबले कम है । आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को नई मौद्रिक नीति का ऐलान किया है । पिछले साल मई में अब तक रेपो रेट में 6 बार बढ़ोतरी की जा चुकी है । जून अगस्त और सितंबर 2022 में, इसमें लगातार 0.5-0.55% की बढ़ोतरी की गई थी। रेपो रेट इसलिए बढ़ाई जा रही है, क्योंकि महंगाई दर अब भी करीब 6% बनी हुई है।
रेपो रेट वह दर है, जिस पर बैंक केंद्रीय बैंक से कर्ज लेते हैं । इसमें वृद्धि का मतलब है, कि वह वित्तीय संस्थानों में लिए जाने वाले कर्ज महंगा हो जाएगा । वहीं मौजूदा लोन की मासिक किस्त बढ़ेगी । रेपो रेट पर फैसले के मुख्य रूप से खुदरा महंगाई को ध्यान में रखा जाता है।
कितनी रहेगी महंगाई दर
शक्तिकांत दास ने बताया कि वित्त वर्ष 2022-23 मई पर 6.5%, जबकि 2023 में 5.3% का अनुमान है । आरबीआई ने भुगतान के लिए भारत आने वाले यात्रियों को सुविधा देने का प्रस्ताव रखा है
जीडीपी ग्रोथ कितनी रहेगी?
केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2022 के लिए सकल उत्पाद (जीडीपी) की दर के अनुमान को 6.8% से बढ़ाकर 7% कर दिया है । अगले वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर 6.4% रहने का अनुमान जताया जा रहा है।
इनको होगा रेपो रेट का फायदा
रेपो रेट में बढ़ोतरी से बैंकों में जमा एफडी पर ज्यादा ब्याज मिलेगा । रेपो रेट बढ़कर आरबीआई बाजार में कैश कम करना चाहता है। ताकि महंगाई काबू में आ सके ।
होम लोन वालों पर सीधा असर
इसका सीधा असर होम लोन ले चुके लोगों पर पड़ेगा, क्योंकि ज्यादातर होम लोन फ्लोटिंग रेट पर लिए गए हैं, कार व टू व्हीलर के लिए आमतौर पर फिक्स्ड रेट पर लोन दिया जाता है । उन पर अधिक असर नहीं होगा।
आरबीआई गवर्नर ने क्या कहा ?
शक्तिकांत दास ने कहा की, 3 साल के बाद वैश्विक हालात के कारण दुनिया भर के कई बैंकों को ब्याज दरों में बढ़ोतरी का फैसला करना पड़ा, महंगाई पर नियंत्रण करने के लिए कठिन फैसले जरूरी थे।