कबीरदास जी की जयंती हर साल ज्येष्ठ पूर्णिमा को मनाई जाती है। 

Kabirdas जी ने समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने के लिए कई दोहे और कहानियाँ लिखी है।  

1. सत्य का पालन करें: सत्य बोलना और सत्य के मार्ग पर चलना हमेशा सफलता का मार्ग रहा है। अपने शब्दों और कार्यों में सत्यता बनाए रखने से आप आत्मविश्वास और विश्वास को बढ़ा सकते हैं।